रूट मोस्ट - ह्यूमिक 98% डब्ल्यूएसजी
रूट मोस्ट - ह्यूमिक एसिड आधारित एक क्रांतिकारी जैविक उत्पाद है इसमे नैसर्गिक घटकों को जैविक रूप से विघाटन कर अंतिम रूप दिया गया है
फसल |
प्रयोग का समय व विधि |
धान |
पहला प्रयोग: धान में पहले पानी के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी दें |
दूसरा प्रयोग: धान में एसएस नाइट्रो गोल्ड तरल 2 एम0एल0 प्रति लीटर पानी में मिलाकार बालियां निकलते समय छिड़काव करे, जिससे ज्यादा पैदावार मिलाती है और उत्पादन बढ़ने से ज्यादा लाभ मिलता है |
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कपास
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पहला प्रयोग: कपास की बिजाई के समय या पहले पानी के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी दें |
दूसरा प्रयोग: कपास में एसएस नाइट्रो गोल्ड तरल पौधे के 25 दिन का होने के पश्चात 2 एम0एल0 प्रति लीटर पानी में मिलाकार छिड़काव करे, जिससे ज्यादा पैदावार मिलाती है |
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गेहूँ
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पहला प्रयोग: गेहूँ की बिजाई के समय या पहले पानी के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी दें |
दूसरा प्रयोग: गेहूँ में एसएस नाइट्रो गोल्ड तरल 2 एम0एल0 प्रति लीटर पानी में मिलाकार बालियां निकलते समय छिड़काव करे, जिससे ज्यादा पैदावार मिलाती है और उत्पादन बढ़ने से ज्यादा लाभ मिलता है |
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सब्जियाँ
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पहला प्रयोग: बिजाई के बाद एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी दें |
दूसरा प्रयोग: फूल आने के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड तरल 2 एम0एल0 प्रति लीटर पानी में मिलाकार छिड़काव करे, इसके उपयोग से अधिक मात्रा में फूल एवं फल का उत्पाद होता है |
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सरसों
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पहला प्रयोग: सरसों की बिजाई के समय या पहले पानी के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी दें, यह पौधो में ज्यादा फूटाव व जड को मज़बूत करने का काम करता है |
दूसरा प्रयोग: सरसों में फूल आने से 5 से 7 दिन पहले एसएस नाइट्रो गोल्ड तरल 2 एम0एल0 प्रति लीटर पानी में मिलाकार छिड़काव करे, ताकि फूलों की क्षमता बढ़ सके और पैदावार ज्यादा हो सके |
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गन्ना
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पहला प्रयोग: बिजाई के समय एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी देंने से अधिक मात्रा में फूटाव होगा |
दूसरा प्रयोग: पहला प्रयोग के 30 दिन होने के पश्चात में एसएस नाइट्रो गोल्ड दानेदार 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करके पानी देंने से अधिक मात्रा में फूटाव, गन्ने की लंबाई और मोटाई ज्यादा होती है और गन्ने में मिठास की मात्रा बढ़ जाती है जिससे किसानों को ज्यादा लाभ मिलता है |
कुल 100% व/व