पौधे न केवल घर और सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं बल्कि मन को खुश और वातावरण को स्वच्छ भी रखते हैं। अगर इनकी देखभाल में थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो इन्हें सूखने में देर नहीं लगती। पौधे बच्चों की तरह व्यवहार करते हैं और बहुत देखभाल की मांग करते हैं। हो सकता है कि आपके गार्डन एरिया में कोई ऐसा पौधा हो जो बहुत ही सुस्त और बीमार हो, सूखा और मुरझाया हुआ हो। इसीलिए अब आप उसे बदलने की सोच रहे हैं। अगर ऐसा है तो मैं इस लेख में आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आयी हूं, जिन्हें फॉलो करके बीमार पौधे को फिर से हरा-भरा बनाया जा सकता है।
प्लांट्स को प्रूनिंग करें
पौधों की समय-समय पर छंटाई करना बहुत जरूरी है। ऐसा करने से मरते हुए पौधों को भी बचाया जा सकता है। इसके लिए आपको पौधों के मरते हुए हिस्सों को प्रूनिंग कैंची या तेज कैंची से काटना होगा। अपने पौधें से मृत और पीली पत्तियों को हटा दें। इस तरकीब की मदद से पौधा नई पत्तियों को उगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचा पाएगा। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपके पौधे पर नई हरी पत्तियां उगने लगी हैं।
सही कंटेनर का चुनाव
अगर आपने पौधे को किसी कंटेनर में लगाया है और वह मरने लगा है तो इस बात की संभावना जादा है कि कंटेनर पौधे के लिए सही नहीं है या फिर वह पौधे के लिए छोटा या बड़ा है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने पौधे को उसके आकार के हिसाब से कंटेनर दें। अगर पौधा बड़ा है तो बड़े कंटेनर का इस्तेमाल करें और अगर छोटा है तो मीडियम साइज के कंटेनर का इस्तेमाल करें। ताकि वह सही तरीके से बढ़ सके और उसे पर्याप्त जगह भी मिल सके। बड़े कंटेनर में छोटे पौधे अधिक नमी की वजह से जबकि छोटे कंटेनर में बड़ा पौधा रूट बाउंड होकर मरने लगता है।
प्लांट्स को दें फिल्टर पानी
अगर आपका पौधा मरने लगा है तो आप उसे कुछ दिनों तक फ़िल्टर या आरओ का पानी दे सकते हैं। दरअसल, फ्लोराइड और क्लोराइड जैसे कठोर रसायनों से कई पौधे खराब हो जाते हैं। ये रसायन ज़्यादातर नल के पानी में पाए जाते हैं। आपको बता दें कि पानी में क्लोरीन की वजह से बांस के पौधे मर जाते हैं। इसलिए संवेदनशील पौधों में आरओ, कुआं, झरने या बारिश का पानी ही इस्तेमाल करें।
लोकेशन करें चेंज
कई बार पौधों की जगह बदलने से वे तरोताजा हो जाते हैं। जब आपको अपने पौधे में कुछ बदलाव नज़र आए और लगे कि वह मुरझाने लगा है, तो सबसे पहले अपने पौधे की ज़रूरतों को समझें और फिर देखें कि उसकी ज़रूरतों के हिसाब से उसकी जगह सही है या नहीं। अगर ऐसा नहीं है, तो उसकी जगह बदल दें। हो सकता है कि आपके पौधे को ज़रूरत से ज़्यादा या कम रोशनी मिल रही हो, जिसकी वजह से वह मुरझा रहा हो।
कीटो की जांच करें
कई बार कीटों के कारण पौधे बीमार हो जाते हैं। कीट पौधों पर तीन तरह से हमला करते हैं। जड़ों में, तने और पत्तियों में और पौधे के अंदरूनी हिस्सों में। ज़्यादातर कीट जैसे नेमाटोड जड़ों पर, मीलीबग तने और पत्तियों पर और वायरस पौधे की अंदरूनी कोशिकाओं पर हमला करते हैं। समय रहते कीटों को खत्म करना ज़रूरी है। नहीं तो वे पौधों को मार देते हैं। कीटों को खत्म करने के लिए उचित कीटनाशकों का इस्तेमाल करें।
पौधों को अधिक खाद देने से
कई बार ज़्यादा पोषण की वजह से पौधे रूखे और मुरझाए हुए नज़र आने लगते हैं। ज़्यादा मात्रा में खाद देने से पौधों की जड़ें और पत्तियाँ जल जाती हैं। इसलिए पौधों को सही समय पर संतुलित मात्रा में खाद देनी चाहिए। रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद का इस्तेमाल करें। ये पौधों के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी फ़ायदेमंद हैं।
मौसमी देखभाल
कई बार मौसम की स्थिति और छोटी-छोटी लापरवाही के कारण पौधे खराब हो जाते हैं। जैसे गर्मियों में तेज धूप और असामान्य नमी, बारिश में अधिक पानी और फंगस, सर्दियों में ठंडी हवा और अधिक नमी। ऐसी स्थितियों के कारण पौधे अक्सर बीमार हो जाते हैं और अंततः मर जाते हैं। इसलिए समय रहते पौधे की ज़रूरत के हिसाब से मौसमी देखभाल ज़रूरी हैं।